Details, Fiction and shiv chalisa in hindi

शिव चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.

दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥

द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र

त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥

जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥

अर्थ: हे नीलकंठ आपकी पूजा करके ही भगवान श्री रामचंद्र लंका को जीत कर उसे विभीषण को सौंपने में कामयाब हुए। इतना ही नहीं जब श्री राम मां शक्ति की पूजा कर रहे थे और सेवा में कमल अर्पण कर रहे थे, shiv chalisa in hindi तो आपके ईशारे पर ही देवी ने उनकी परीक्षा लेते हुए एक कमल को छुपा लिया। अपनी पूजा को पूरा करने के लिए राजीवनयन भगवान राम ने, कमल की जगह अपनी आंख से पूजा संपन्न करने की ठानी, तब आप प्रसन्न हुए और उन्हें इच्छित वर प्रदान किया।

शंकर सम्मुख पाठ सुनावे ॥ जन्म जन्म के more info पाप नसावे ।

जय जय तुलसी भगवती सत्यवती सुखदानी। नमो नमो हरि प्रेयसी श्री वृन्दा गुन खानी॥

ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी

बृहस्पतिदेव की कथा

एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

शिव पंचाक्षर स्तोत्र

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